खबरों में क्यों?
- 18 जनवरी को, इंडोनेशिया की संसद ने देश की राजधानी को जकार्ता से बोर्नियो द्वीप पर बनाए जाने वाले एक नए शहर में स्थानांतरित करने के लिए एक विधेयक को मंजूरी दी, जिसका नाम नुसंतारा है. जकार्ता की दीर्घकालिक स्थिरता की बढ़ती चिंताओं के बाद निर्णय लिया गया था. इस कदम ने बोर्नियो के वनाच्छादित द्वीप पर पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में चिंताओं को जन्म दिया है.
बोर्नियो द्वीप के बारे में
- दक्षिणपूर्व एशियाई द्वीप बोर्नियो, जो भूमध्य रेखा पर स्थित है, दुनिया के कुछ सबसे विविध वर्षा वनों और दक्षिण पूर्व एशिया के अंतिम अक्षुण्ण वनों का घर है.
- बोर्नियो विश्व का तीसरा सबसे बड़ा द्वीप है.
- द्वीप की उष्ण कटिबंधीय जलवायु और विविध पारिस्थितिकी-क्षेत्रों ने ऐसे आवास बनाए हैं जिनमें हजारों अनोखी प्रजातियां रहती हैं.
- विशाल नदियाँ पूरे भू-दृश्य में मौजूद हैं, जो द्वीप की जीवन रेखा हैं. ये नदियाँ द्वीप के लोगों के लिए परिवहन और मीठे पानी की जरूरतें पूर्ण करती हैं.
- बोर्नियो और सुमात्रा पृथ्वी पर एकमात्र ऐसे स्थान हैं जहाँ बाघ, गैंडे, वनमानुष और हाथी एक साथ रहते हैं.
- प्रोबोस्किस मंकी , सन भालू, क्लाउडेड लेपर्ड और फ्रलाइंग फॉक्स बैट जैसे अद्भुत जीवों का घर हैं.
जकार्ता की कमियां
- अगस्त 2019 में, राष्ट्रपति जोको विडोडो ने पहली बार घोषणा की कि राजधानी को जावा द्वीप पर स्थित जकार्ता से बोर्नियो द्वीप पर स्थित पूर्वी कालीमंतन में बनने वाले एक नए शहर में स्थानांतरित किया जाएगा.
- शहर भीड़, प्रदूषण, जगह की कमी और तंग सड़कों जैसी कई तरह की शहरी समस्याओं से जूझ रहा है.
- इसके दीर्घकालिक भविष्य के बारे में एक प्रमुख चिंता जकार्ता का धीरे-धीरे डूबना था.
- अध्ययनों ने अनुमान लगाया है कि 2050 तक पूरा शहर डूब सकता है, जबकि बाढ़ एक आवर्ती समस्या है.
बिल और योजना
- बिल ने श्री विडोडो द्वारा लिए निर्णय को हरी झंडी दे दी है और राजधानी को पांच चरणों में स्थानांतरित करने की योजना की रूपरेखा तैयार की है.
- योजना मंत्री सुहार्सो मोनोआर्फा ने संसद को बताया कि पहला चरण, 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा, इसके अंतर्गत साइट तक पहुंच प्रदान करने के लिए नई सड़कों जैसे बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
- अंतिम चरण 2045 में पूर्ण होगा
- इस परियोजना पर 30 अरब डॉलर से अधिक की लागत आने का अनुमान है राष्ट्रपति विडोडो के अनुसार, राजधानी स्थानांतरित करने का व्यापक लक्ष्य, कालीमंतन में अधिक से अधिक आर्थिक गतिविधि लाना और जकार्ता पर निर्भरता को कम करना था.
- सभी सरकारी कार्यालयों को नुसंतारा स्थानांतरित कर दिया जाएगा.
- यदि वर्तमान राजधानी प्रदूषण और बाढ़ जैसी समस्याओं से पीडि़त है, तो पर्यावरण समूहों ने चिंता व्यक्त की है कि नई परियोजना उन समस्याओं को कालीमंतन में ला सकती है. जबकि कालीमंतन, अपने जंगलों और जैव विविधता के लिए जाना जाने वाला क्षेत्र है.
नाम "नुसंतारा"
- नाम का शाब्दिक अर्थ है "द्वीपसमूह".
- इसका एक ऐतिहासिक संदर्भ भी है, जिसमें इंडोनेशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में इसके पड़ोसियों सहित पूरे क्षेत्र का जिक्र है.
- योजना मंत्री ने कहा कि नुसंतारा "एक एकता अवधारणा है जो हमारी सभी विविधताओं को समायोजित करती है, चाहे वह नस्ल, भाषा या जातीयता में हो" और नई राजधानी उस आकांक्षा को प्रतिबिंबित करे, ऐसी आशा है.
- नुसंतारा नाम एक हिंदू साम्राज्य माजापहित में मिलता है, जो जावा में स्थित था और 13वीं सदी के अंत से 15वीं शताब्दी के प्रारंभ तक शासन करता था. अपने चरम पर, इसका प्रभाव आज के इंडोनेशिया से बाहर दक्षिण पूर्व एशिया तक फैला हुआ था , जिसमें ब्रुनेई, थाईलैंड और फिलीपींस के कुछ हिस्से शामिल हैं.
- यद्यपि आधिकारिक व्याख्या यह है कि यह विविधता को दर्शाता है, इस बात को लेकर बेचौनी रही है कि 80 सुझावों की सूची में से नाम क्यों चुना गया, जो न केवल इंडोनेशिया को बल्कि पूरे क्षेत्र को संदर्भित करता है
देशों द्वारा राजधानियों का स्थानांतरण
- देशो ने विभिन्न कारणों से राजधानियों को स्थानांतरित किया है, इन कारणों में मौसम और सेना से संबंधित कारणों से लेकर गर्व परियोजनाओं और न्यायपूर्ण राजनीति तक कारण शामिल हैं.
- 1997 में, कजाखस्तान ने अपनी राजधानी को अल्माटी से एक नियोजित शहर अस्ताना में स्थानांतरित कर दिया
- लंबे समय तक राष्ट्रपति रहे, नूरसुल्तान नजरबायेव को श्रद्धांजलि स्वरुप अस्ताना का नाम बदलकर 2019 में नूर-सुल्तान कर दिया गया.
- 2005 में म्यांमार ने अपनी राजधानी को यांगून से दूसरे नियोजित शहर, नायपीडॉ में स्थानांतरित कर दिया- सामरिक कारणों को सैन्य शासन के निर्णय के लिए एक संभावित स्पष्टीकरण के रूप में उद्धृत किया गया था