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01 Sep 2022
यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day)
चर्चा मे क्यों?
- भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त को हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद की
जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
राष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास
- सन 2012 में 29 अगस्त को भारत के राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में नामित किया
गया था।
- राष्ट्रपति इस दिन खिलाड़ियों को खेल संबंधी पुरस्कार जैसे-मेजर ध्यानचंद
खेल रत्न पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कार प्रदान करते हैं।
मेजर ध्यानचंदः
- ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त, 1905 ई. को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक
कुशवाहा राजपूत परिवार में हुआ था।
- उनकी माता का नाम शारदा और पिता का नाम रामेश्वर सिंह था ।
- ध्यानचंद के दो भाई मूल सिंह और रूप सिंह थे।
- ध्यानचंद 16 साल की उम्र में ब्रिटिश भारतीय सेना में शामिल हुए। उन्होंने
1922 और 1926 के बीच सेना हॉकी टूर्नामेंट खेला। उन्होंने अपना अंतिम
अंतर्राष्ट्रीय मैच वर्ष 1948 में खेला था ।
- उन्होंने 1928, 1932 और 1936 के लगातार तीन ओलंपिक गोल्ड मेडल जीत में
महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- उनके अविश्वसनीय हॉकी कौशल के लिए उन्हें अक्सर द विजार्ड कहा जाता है।
- उन्होंने 1926-1948 तक अपने करियर में 400 से अधिक गोल किए।
- 1936 के बर्लिन ओलंपिक फाइनल में ध्यानचंद के प्रदर्शन को उनके सर्वश्रेष्ठ
प्रदर्शनों में से एक माना जाता है। वह 3 गोल के साथ खेल में शीर्ष स्कोरर थे
और भारत ने जर्मनी को आसानी से 8-1 से हरा दिया था।
- उन्हें 1956 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से
सम्मानित किया गया।
- लीजेन्ड का नाम मूल रूप से ध्यान सिंह था और उन्हें चंद उपनाम रात की चांदनी
में अभ्यास करने हेतु मिला।
- कोमा में जाने के बाद 3 दिसंबर, 1979 को दिल्ली में ध्यानचंद की मृत्यु हो
गई।
राष्ट्रीय खेल दिवस का महत्त्व
- यह दिन दैनिक जीवन में खेल और शारीरिक गतिविधि के महत्त्व के बारे में
जागरूकता बढ़ाता है।
- 2012 में भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के पहले स्मरणोत्सव के बाद से, सरकार
ने इस अवसर का उपयोग कई खेल-संबंधी परियोजनाओं की घोषणा करने के लिए करती है।
- राष्ट्रीय खेल दिवस मेजर ध्यानचंद की विरासत का सम्मान करने और हमारे जीवन
में खेल के मूल्यों को पहचानने के लिए मनाया जाता है।
- खेल नायकों को उनके योगदान हेतु अर्जुन पुरस्कार और ध्यानचंद पुरस्कार सहित
कई सम्मान प्रदान कियें जाते हैं।
- यह लोगों को एक साथ लाता है। हम खेल के माध्यम से अन्य द्वारा कड़ी मेहनत
से प्राप्त हुई जीत की खुशी में शामिल हो सकते हैं।
- खेल जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को इस तरह एक साथ ला सकता है जो अन्यथा
कभी नहीं मिल पातें।
राष्ट्रीय खेल दिवस 2021 की थीम
- 2021 के राष्ट्रीय खेल दिवस का विषय ‘खेल हमें फिट रखने, शारीरिक-मानसिक
रूप से मजबूत रखने के साथ-साथ कई महत्त्वपूर्ण जीवन और कौशल सिखाता है’
खेल के फायद
- स्वस्थ रहने के अलावा, यह एकाग्रता और सजगता में सुधार करता है।
- खेल से सहनशक्ति में सुधार होता है और शरीर मजबूत होता है।
- खेल खेलने वाले बच्चों में खेल भावना का विकास होता है जिससे वे एक साथ काम
करना और एक टीम में सहयोग करना सीखते हैं।
- जब खेलकूद की बात आती है, तो कभी आप जीतते और कभी हारते हैं। खेल खेलने से
बच्चे की असफलता से निपटने की क्षमता बढ़ती है। ये बच्चे असफलता का बेहतर तरीके
से सामना करने में सक्षम होते हैं।
- खेलकूद वजन घटाने में भी मदद करता है। खेल बच्चों को अपनी नेतृत्व क्षमता
दिखाने का मौका देता है। यह उन्हें अनुशासन विकसित करने में मदद करता है।
- खेल खेलना बच्चों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और सफलता प्राप्त करने का
अवसर प्रदान करता है।