Brain-booster /
10 Nov 2022
यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: मिशन लाइफ (Mission LiFE)
संदर्भ
- भारत के प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी ने हाल ही में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी,
केवडि़या (गुजरात) में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के साथ एक द्विपक्षीय बैठक की
जिसके दौरान उन्होंने वैश्विक पहल के रूप में ‘मिशन LiFE’ का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव (यूएनएसजी) एंटोनियो गुटेरेस ने हाल ही में भारत
का दौरा किया। UNSG के रूप में पुनः निर्वाचन के बाद, यह उनकी पहली भारत यात्रा
थी।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रचलित धारणा के विपरीत जलवायु परिवर्तन केवल नीति
से संबंधित एक मुद्दा नहीं है, बल्कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए व्यक्ति,
परिवारों और समुदायों से भी योगदान की आवश्यकता है।
- भारतीय प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में एकता के
महत्त्व पर प्रकाश डाला। नप्रधानमंत्री ने बताया कि मिशन LiFE P-3 मॉडल की भावना
को बढ़ाता है, यानी प्रो प्लैनेट पीपल जो ‘ग्रह की जीवन शैली, ग्रह के लिए और
ग्रह द्वारा’ के विश्वास की परिकल्पना करता है।
- इसके अलावा उन्होंने ‘रिड्यूस, रीयूज एंड रिसाइकल’ और सर्कुलर इकोनॉमी की
अवधारणा पर भी जोर दिया तथा उल्लेख किया कि यह जीवन शैली हजारों वर्षों से,
भारतीय जीवन शैली का हिस्सा रही है।
मिशन लाइफ के बारे में:
- LiFE को 1 नवंबर, 2021 को ग्लासगो में CoP-26 में भारतीय प्रधानमंत्री
द्वारा एक जन आंदोलन के रूप में पेश किया गया था।
- यह एक व्यवहार परिवर्तन आंदोलन है जो लोगों को प्रकृति के अनुरूप जीवन शैली
अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने की परिकल्पना करता है, जिससे प्रकृति को नुकसान
न पहुंचे।
- भारत ने 5 जून, 2022 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर LiFE ग्लोबल
मूवमेंट शुरू करके LiFE विजन का और विस्तार किया।
- भारत ने दुनिया भर के शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और स्टार्ट-अप को ठोस
वैज्ञानिक तरीकों पर विचार करने के लिए आमंत्रित किया, जिसके माध्यम से
पर्यावरणीय संकट को दूर करने के लिए सामूहिक कार्यवाही की पूरी क्षमता का उपयोग
किया जा सके।
मिशन LiFE
- मिशन LiFE, एक मिशन-मोड वैज्ञानिक और मात्रात्मक कार्यक्रम के माध्यम से,
भारत के धारणाओं तथा लक्ष्यों को क्रियान्वित करेगा और भारत की जलवायु परिवर्तन
को संबोधित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाएगा।
- यह मिशन 2022-27 की अवधि में, कम से कम 1 अरब भारतीयों तथा अन्य वैश्विक
नागरिकों को जुटाने के लिए तैयार किया गया है जिससे ये अपने व्यक्तिगत और
सामूहिक योगदान द्वारा पर्यावरण की संरक्षण कर सकें।
- भारत के कम से कम 80% गांवों और शहरी स्थानीय निकायों को 2028 तक, पर्यावरण
के अनुकूल बनने की ओर क्रियान्वित करना।
- मिशन LiFE वैश्विक लॉन्च का समन्वय नीति आयोग, MoEFCC और गुजरात सरकार
द्वारा किया गया।
- MoEFCC द्वारा कार्यान्वित किए जाने से पहले, मिशन LiFE को नीति आयोग द्वारा
पहले वर्ष के लिए क्यूरेट और इनक्यूबेट किया जाएगा। यह मिशन पांच साल का
कार्यक्रम है।
भारत द्वारा अन्य व्यवहार परिवर्तन कार्यक्रम
- स्वच्छ सागर सुरक्षित सागरः एक ऐसा अभियान जिसने 75 दिनों में 75
समुद्र तटों से लगभग 15,000 टन कचरे को हटाने का लक्ष्य था।
- स्वच्छ भारत अभियानः इस मिशन ने 7 वर्षों के भीतर ग्रामीण भारत में
लगभग 100 मिलियन शौचालयों के निर्माण और उपयोग को बढ़ावा दिया।
- उज्ज्वला योजनाः उज्ज्वला योजना ने परिवारों में एलपीजी कनेक्शन
2015 में 62% से बढ़ाकर 2021 में 99.8% कर दिया।
प्रभाव
- एक अनुकूल जीवन शैली को अपनाना भी जलवायु परिवर्तन से निपटने के दौरान भारी
प्रभावी हो सकता है, जैसे ट्रैफिक लाइट पर कार के इंजन, स्कूटर के इंजन आदि को
बंद करने जैसी छोटी क्रियाएं प्रति वर्ष 22.5 बिलियन kWh तक ऊर्जा बचा सकती
हैं।
- इसी तरह, जब नल सक्रिय उपयोग में न हों तो उन्हें बंद कर देने से लगभग 9
ट्रिलियन लीटर तक पानी की बचत हो सकती है, जबकि खाद्य अपशिष्ट को खाद बनाने से
15 बिलियन टन भोजन को लैंडफिल में जाने से बचाया जा सकता है।