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Brain-booster / 20 Sep 2022

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: मंडला आर्ट (Mandala Art)

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चर्चा मे क्यों?

  • यूनाइटेड किंगडम स्थित लिवरपूल के हेलवुड पार्क में, 12 अगस्त को मंडला आर्ट की एक सुंदर कृति की स्थापना का अनावरण किया गया।
  • जेम्स ब्रंट द्वारा ‘द नोजली मंडला’ नामक इस भूमि कला को प्राकृतिक तत्वों से तैयार किया गया है।

कला रूप (Art Form):

  • मंडला पैटर्न सदियों पुराने रूपांकन है जिसे ब्रह्मांड को चित्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • इसे एक वर्ग के आकार में भी बनाया जा सकता है। मंडला पैटर्न अनिवार्य रूप से आपस में जुड़े हुए रहते हैं।
  • मंडला कला हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म के साथ जुड़ी हुई है।
  • मंडला की कल्पना पहली बार वेदों (1500-500 ईसा पूर्व) में की गयी थी। ऐसा माना जाता है कि सिल्क रूट के साथ यात्रा करने वाले बौद्ध भिक्षुओं द्वारा इसे भारत से बाहर ले जाया गया था।
  • छठी शताब्दी तक, चीन, कोरिया, जापान, इंडोनेशिया और तिब्बत में मंडला की पहुंच हो चुकी थी।

मंडला का अर्थः

  • मंडला का अर्थ संस्कृत में सर्कल या केंद्र से है। मंडला को एक ज्यामितीय विन्यास द्वारा निरुपित किया जाता है जो आमतौर पर किसी न किसी रूप में गोल आकार को शामिल करता है।
  • ऐसा माना जाता है कि मंडला में प्रवेश करने और उसके केंद्र की ओर बढ़ने पर, ब्रह्मांड को बदलने और दुख की भावनाओं से आनंद की ओर बढ़ने की एक ब्रह्मांडीय प्रक्रिया का अनुभव होता है।
  • हिंदू दार्शनिक प्रणालियों में मंडला या यंत्र आमतौर पर एक वर्ग के आकार में होता है जिसके केंद्र में एक वृत्त होता है।
  • पारंपरिक बौद्ध मंडला एक गोलाकार पेंटिंग है जो इसके निर्माता को उनके स्वयं का सत्य (True Self) खोजने में सहायक होती है।
  • मंडला में विभिन्न तत्व शामिल हैं जिनमें से प्रत्येक का अपना अर्थ होता है।
  • चक्र की आठ तीलियां (धर्मचक्र) बौद्ध धर्म के अष्टांगिक मार्ग का प्रतिनिधित्व करती हैं जो जन्म और मृत्यु के चक्र से मुत्तिफ़ दिलाता है।
  • कमल का फूल संतुलन दर्शाता है जबकि सूर्य ब्रह्मांड का प्रतिनिधित्व करता है।

आधुनिक भारतीय कला में मंडलाः

  • मंडला का प्रभाव प्राचीन दर्शन में भी दिखता है किन्तु आधुनिक और सम कालीन भारतीय कलाकारों के हाथों, मंडला ने विविध रूप प्राप्त किया है।
  • इसे बौद्ध थंगका चित्रों में अभी भी स्थान प्राप्त है। तांत्रिक और नव-तांत्रिक आध्यात्मिक आंदोलनों से जुड़े मुख्यधारा के कलाकारों के कार्यों में इसका केंद्रीय स्थान है।
  • 1960 के दशक में सोहन कादरी और प्रफुल्ल मोहंती जैसे भारतीय कलाकारों ने पिछली पीढि़यों के अधिक लाक्षणिक चित्रों को नया आयाम प्रदान किया है ।
  • उन्होंने अपने उस कार्य के लिए व्यापक मान्यता प्राप्त की जिसमें तांत्रिक प्रतीकों को मंडला के साथ जोड़ा था। इसका उपयोग तांत्रिक दीक्षा के अनुष्ठानों में भी किया जाता है।
  • कादरी के कुछ मंडला चित्रों में समरूपता दिखाई देती है जबकि अन्य में उन्होंने मंडला अवधारणा को कुंडलिनी के प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व के साथ मिला दिया।
  • ऐसा माना जाता है कि दैवीय ऊर्जा रीढ़ के आधार पर स्थित कुंडलिनी में स्थित होती है।
  • जी. आर. संतोष सामान्यतः मानव आकृतियों को बनाने के लिए मंडला और ज्यामितीय रूप को एक साथ उपयोग में लाते हैं।

चिकित्सा में मंडलाः

  • कला चिकित्सा के एक भाग के रूप में प्रतिभागियों को मंडला बनाने और रंग भरने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
  • यह समझने के लिए अध्ययन भी किया गया है कि क्या मंडला तनाव को कम करने में मदद कर सकती है?
  • स्विस मनोचिकित्सक और मनो- विश्लेषक कार्ल जंग ने मंडला के मनोवैज्ञानिक प्रभावों की खोज करके इसे चिकित्सा के रूप में प्रस्तुत किया है।