चर्चा में क्यों?
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के जी-20 प्रेसीडेंसी के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया।
लोगो
- जी-20 लोगो भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से प्रेरणा लेता है - केसरिया, सफेद, हरा, और नीला।
- यह भारत के राष्ट्रीय फूल कमल के साथ पृथ्वी को जोड़ता है जो चुनौतियों के बीच विकास को दर्शाता है।
- पृथ्वी, जीवन के प्रति भारत के ग्रह-समर्थक दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो प्रकृति के साथ पूर्ण सामंजस्य में है।
- जी-20 लोगो के नीचे देवनागरी लिपि में ‘भारत’ लिखा है।
- MyGov पोर्टल पर आयोजित लोगो डिजाइन प्रतियोगिता के बाद, लोगो का चयन किया गया।
थीम
- भारत के जी-20 प्रेसीडेंसी का विषय- ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ या ‘एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य’ है ।
- यह महा उपनिषद के प्राचीन संस्कृत पाठ से लिया गया है।
- यह विषय जीवन के सभी मूल्यों-मानव, पशु, पौधे, सूक्ष्मजीव धरती पर और व्यापक ब्रह्मांड में उनके परस्पर संबंध की पुष्टि करता है।
- यह थीम व्यक्तिगत जीवन शैली के साथ-साथ राष्ट्रीय विकास के स्तर पर, अपने संबद्ध, पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ और जिम्मेदार विकल्पों के साथ ‘लाइफ’ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) पर भी प्रकाश डालती है, जिसकी वजह से वैश्विक स्तर पर परिवर्तनकारी कार्यवाहियां होती हैं और जिसके परिणामस्वरूप एक स्वच्छ, हरा-भरा और उज्ज्वल भविष्य संभव होता है।
जी-20 वेबसाइट
- भारत की जी-20 की अध्यक्षता की वेबसाइट www.g20.in का शुभारंभ भी किया गया।
- यह वेबसाइट 1 दिसंबर, 2022 जिस दिन भारत जी-20 की अध्यक्षता का पदभार ग्रहण करेगा, को जी-20 की अध्यक्षता की वेबसाइट www.g20.org पर निर्बाध रूप से माइग्रेट हो जाएगी।
जी-20 का ऐप
- वेबसाइट के अलावा, एंड्रॉइड और आईओएस, दोनों, प्लेटफॉर्म पर एक मोबाइल ऐप ‘जी-20 इंडिया’ जारी किया गया है।
जी-20 के बारे में
- वेबसाइट के अलावा, एंड्रॉइड और आईओएस, दोनों, प्लेटफॉर्म पर एक मोबाइल ऐप ‘जी-20 इंडिया’ जारी किया गया है।
जी-20 के बारे में
- ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G-20) आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है।
- यह सभी प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक संरचना और अधिशासन निर्धारित करने तथा उसे मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जी-20 की स्थापना
- जी-20 की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद की गया।
- यह वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
फोकस एरिया
- शुरुआत में जी-20 व्यापक आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित था, परंतु बाद में इसके एजेंडे में विस्तार करते हुए इसमें अन्य बातों के साथ व्यापार, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और भ्रष्टाचार-विरोध शामिल किया गया।
राज्य प्रमुख स्तरीय सम्मेलन
- 2007 के वैश्विक आर्थिक और वित्तीय संकट के मद्देनजर जी-20 को राष्ट्राध्यक्षों/शासनाध्यक्षों के स्तर तक उन्नत किया गया था, और 2009 में इसे ‘अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग हेतु प्रमु मंच’ के रूप में नामित किया गया था।
- जी-20 शिखर सम्मेलन प्रतिवर्ष एक क्रमिक अध्यक्षता में आयोजित किया जाता है।
जी-20 के सदस्य
- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुत्तफ़ राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ ।
कुछ आंकड़ेः
जी-20 सदस्य देशों में:
- वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85%,
- वैश्विक व्यापार का 75% से अधिक
- विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी है