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Brain-booster / 17 Aug 2020

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (विषय: इंडिया आइडियाज समिट-2020 (India Ideas Summit)

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यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (Current Affairs Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


विषय (Topic): इंडिया आइडियाज समिट-2020 (India Ideas Summit)

इंडिया आइडियाज समिट-2020 (India Ideas Summit)

चर्चा का कारण

  • हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडिया आइडियाज समिट को संबोधित किया। यह सम्मलेन अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) द्वारा आयोजित किया गया था। इस वर्ष के सम्मेलन की थीम ‘बेहतर भविष्य का निर्माण’ था। गौरतलब है कि इस साल ‘यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल’ के गठन के 45 वर्ष पूरे हुए हैं।

प्रधानमंत्री के सम्बोधन के मुख्य बिन्दु

  • प्रधानमंत्री ने विकास के एजेंडे के मूल में गरीबों और कमजोरों को रखने की जरूरत के बारे में जोर देकर कहा कि ‘ईज ऑफ लिविंग’ उतना ही महत्वपूर्ण है जितना ‘ईज ऑफ बिजनस’।
  • प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ के आ“वान के जरिए भारत एक समृद्ध और सशत्तफ़ दुनिया बनाने में अपना योगदान कर रहा है।
  • प्रधानमंत्री के अनुसार भारत को लेकर दुनियाभर में आशावाद है क्योंकि यह खुलेपन, अवसरों और विकल्पों का आदर्श सम्मिश्रण प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था को ज्यादा खुली और सुधार उन्मुख बनाने के प्रयास किए गए हैं। साथ ही कई आर्थिक और नीतिगत सुधारों से प्रतिस्पर्धात्मकता, ज्यादा पारदर्शिता, डिजिटलीकरण का विस्तार, ज्यादा नवाचार और ज्यादा नीतिगत स्थिरता सुनिश्चित हुई है।

विभिन्न क्षेत्रें में निवेश के व्यापक अवसर

  • प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि भारत के विभिन्न क्षेत्रें में निवेश करने के व्यापक अवसर मौजूद हैं। उन्होंने कृषि सामग्री और मशीनरी, कृषि आपूर्ति श्रृंखला, खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र, मत्स्य पालन और जैविक उत्पाद समेत कई क्षेत्रें में निवेश के अवसरों को रेखांकित किया।
  • भारत में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र हर साल 22 प्रतिशत से ज्यादा की रफ्रतार से बढ़ रहा है और चिकित्सा-प्रौद्योगिकी, टेली-मेडिसिन और डायग्नोस्टिक्स उत्पादन में भारतीय कंपनियों ने काफी प्रगति की है, उन्होंने कहा कि भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने का यह सबसे अच्छा समय है।
  • प्रधानमंत्री ने कई अन्य क्षेत्रें की सूची भी सामने रखी जो निवेश के लिए शानदार अवसर प्रदान करते हैं जैसे- ऊर्जा क्षेत्र, घरों, सड़कों, हाइवे और बंदरगाहों के निर्माण सहित अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण, नागरिक उद्यान, जहां कई शीर्ष निजी भारतीय एयरलाइंस की आने वाले दशक में एक हजार से ज्यादा नए विमान शामिल करने की योजना है, इस प्रकार से किसी भी निवेशक के लिए अवसर खुले हैं जो भारत में विनिर्माण सुविधाएं, रखरखाव मरम्मत व संचालन सुविधाएं स्थापित करना चाहता है।
  • प्रधानमंत्री के अनुसार भारत रक्षा क्षेत्र में एफडीआई कैप 74 प्रतिशत तक बढ़ा रहा है, रक्षा उपकरणों और प्लेटफॉर्मों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए दो रक्षा गलियारे स्थापित किए गए हैं, साथ ही निजी और विदेशी निवेशकों के लिए विशेष प्रोत्साहन की पेशकश भी की। उन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र में किए जा रहे महत्वपूर्ण सुधारों का भी जिक्र किया।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने बीमा क्षेत्र में एफडीआई कैप को बढ़ाकर 49 प्रतिशत और बीमा मध्यस्थों में निवेश के लिए 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दी है। विदित हो कि स्वास्थ्य, कृषि, व्यवसाय और जीवन बीमा में बीमा कवर बढ़ाने के व्यापक अवसर हैं, जिनका अभी इस्तेमाल नहीं हुआ है।

भारत में बढ़ता निवेश

  • प्रधानमंत्री के अनुसार 2019-20 में भारत में एफडीआई प्रवाह 74 अरब डॉलर था, जो पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है। भारत ने इस साल अप्रैल और जुलाई के बीच 20 अरब डॉलर से ज्यादा का विदेशी निवेश हासिल किया है।

भारत में निवेश करने का सबसे अच्छा समय

  • प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में निवेश करने के लिए यह सबसे अच्छा समय है,क्योंकि भारत ने व्यापार के अवसरों में वृद्धि की है, साथ ही वैश्विक एकीकरण के साथ वह कुशल मानव संसाधनों की उपलब्धता पर जोर दे रहा है।
  • अमेरिका 2018-19 में चीन को पीछे छोड़कर भारत का शीर्ष व्यापारिक साझेदार बन गया था। अमेरिका लगातार दूसरे साल 2019-20 में भी भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार बना रहा, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों को दर्शाता है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2019-20 में अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार 88.75 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो 2018-19 में 87.96 अरब डॉलर था।
  • अमेरिका उन चुनिंदा देशों में एक है, जिसके साथ भारत का व्यापार अधिशेष है। आंकड़ों के अनुसार 2019-20 में दोनों देशों के बीच व्यापार अंतर बढ़कर 17.42 अरब डॉलर भारत के पक्ष में रहा।