चर्चा में क्यों?
- पीएम नरेंद्र मोदी ने 18 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन का उद्घाटन किया।
सम्मेलन का उद्देश्य
- दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन में मिलेट्स (श्री अन्न) से संबंधित सभी महत्त्वपूर्ण मुद्दों जैसे उत्पादकों, उपभोक्ताओं और अन्य हितधारकों के बीच मिलेट्स के प्रचार और जागरूकता; मिलेट्स की मूल्य शृंखला विकास; मिलेट्स के स्वास्थ्य और पोषण संबंधी पहलू; बाजार संबंध; अनुसंधान और विकास आदि विषयों पर सेशंस आयोजित किये गये।
मिलेट्स क्या हैं?
- मिलेट्स एक सामूहिक शब्द है जो समशीतोष्ण, उपोष्णकटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के शुष्क क्षेत्रों में, मुख्य रूप से सीमांत भूमि पर, अनाज फसलों के रूप में खेती की जाने वाली कई छोटी बीज वाली वार्षिक घासों के लिए उपयोग किया जाता है।
- इनमें ज्वार, बाजरा, फॉक्सटेल बाजरा (कंगनी/इतालवी बाजरा), छोटी बाजरा (कुटकी), कोदो बाजरा, रागी (रागी/मंडुआ) आदि जैसे अनाज शामिल हैं।
- सिन्धु-सरस्वती सभ्यता (3,300 से 1300 ई.पू.) में मिलेट्स की खपत के प्रमाण मिलते हैं। ये पहली फसलें थीं जिनका घरेलूकरण किया गया था।
विश्व में मिलेट्स की स्थिति
- मिलेट्स अब 130 से अधिक देशों में उगाया जाता है। यह एशिया और अफ्रीका में आधे अरब से अधिक लोगों के लिए पारंपरिक भोजन है।
- विश्व स्तर पर, ज्वार सबसे बड़ी मिलेट्स फसल है। ज्वार के प्रमुख उत्पादक संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, ऑस्ट्रेलिया, भारत, अर्जेंटीना, नाइजीरिया और सूडान हैं।
- मिलेट्स की एक अन्य प्रमुख फसल बाजरा है और कई देश जैसे भारत और कुछ अन्य अफ्रीकी देश इसके प्रमुख उत्पादक हैं।
- दुनिया में प्रमुख मिलेट्स आयात करने वाले देशों में इंडोनेशिया, बेल्जियम, जापान, मैक्सिको, इटली, यूएसए, यूके, ब्राजील और नीदरलैंड शामिल हैं।
भारत में मिलेट्स
- मिलेट्स भारत में मुख्य रूप से खरीफ की फसल है। 2018-19 के दौरान, तीन मिलेट्स फसलें अर्थात बाजरा (3.67%), ज्वार (2.13%), और रागी (0.48%), देश में सकल फसली क्षेत्र का लगभग 7 प्रतिशत थी।
- डीजीसीआईएस के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने पिछले साल के 147, 501.08 मीट्रिक टन के मुकाबले लगभग 159,331.16 मीट्रिक टन मिलेट्स का कुल निर्यात किया है, इस प्रकार देश ने मिलेट्स निर्यात में 8.02% की वृद्धि दर्ज की है।
- भारत के प्रमुख निर्यात गंतव्य यूएई, नेपाल, सऊदी अरब, लीबिया, ओमान, मिस्र, ट्यूनीशिया, यमन, यूके और यूएसए हैं।
आगे की राह
- भारतीय प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि यह वैश्विक भलाई के प्रति भारत की जिम्मेदारियों का प्रतीक है।
- अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष वैश्विक उत्पादन बढ़ाने, कुशल प्रसंस्करण, खपत सुनिश्चित करने और फसल चक्र के बेहतर उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठा अवसर प्रदान करने के लिए तैयार है।
- वैश्विक स्तर पर मिलेट्स का विस्तारित व्यापार, इसे फूड बास्केट के प्रमुख घटक के रूप में बढ़ावा देने के साथ-साथ, संपूर्ण खाद्य प्रणालियों में बेहतर कनेक्टिविटी को प्रोत्साहित कर सकता है।