होम > Brain-booster

Brain-booster / 26 Dec 2022

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: जीईएम प्लेटफॉम (GeM Platform)

image

चर्चा में क्यों?

  • यह प्लेटफॉर्म 1 लाख करोड़ रुपये के सकल व्यापारिक मूल्य को पार कर गया है। इस उपलक्ष्य में पीएम नरेंद्र मोदी ने जीईएम प्लेटफॉर्म पर अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए विक्रेताओं की सराहना की।

जीईएम प्लेटफॉर्म के बारे में:

  • गवर्नमेंट-ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म एक वन-स्टॉप राष्ट्रीय सार्वजनिक खरीद पोर्टल है जो विभिन्न केंद्र और राज्य सरकार के विभागों, संगठनों और सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं (पीएसयू) द्वारा आवश्यक वस्तुओं तथा सेवाओं की ऑनलाइन खरीद को सक्षम बनाता है।
  • इसे 2016 में लॉन्च किया गया था जिसका नोडल मंत्रालय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय है।
  • प्लेटफॉर्म रिवर्स ई-नीलामी और ई-बिडिंग टूल प्रदान करता है ताकि सरकारी उपयोगकर्ताओं को उनके पैसे का सर्वोत्तम मूल्य प्राप्त करने में मदद मिल सके।
  • जीईएम पर उपलब्ध वस्तुओं और सेवाओं के लिए मंत्रालयों तथा केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसई) द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की खरीद अनिवार्य है।
  • यह खरीद में मैन्युअल प्रक्रिया की अक्षमताओं को कम करता है। यह सभी उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुव्यवस्थित, सुसंगत प्रक्रिया के साथ एक पेपरलेस और कैशलेस ई-मार्केटप्लेस प्रदान करता है।

जीईएम की विशेषताएं

पारदर्शिताः

  • जीईएम वेंडर रजिस्ट्रेशन, ऑर्डर प्लेसमेंट और पेमेंट प्रोसेसिंग में मानवीय हस्तक्षेप को खत्म करता है।
  • पीएफएमएस और स्टेट बैंक मल्टी ऑप्शन सिस्टम के साथ एकीकरण के माध्यम से ऑनलाइन, कैशलेस और समयबद्ध भुगतान उपलब्ध कराया जाता है।

क्षमताः

  • जीईएम पर सीधी खरीद कुछ ही मिनटों में की जा सकती है। यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन तथा अंत से अंत तक एकीकृत हैं। इसकी उचितता के आकलन के लिए ऑनलाइन टूल भी उपलब्ध हैं।
  • इसके अलावा प्रमुख ई-कॉमर्स पोर्टल्स पर बाजार मूल्य के साथ ऑनलाइन तुलना के माध्यम से दरों की उचितता की पुष्टि भी की जा सकती है।

सुरक्षितः

  • जीईएम पूरी तरह से सुरक्षित प्लेटफॉर्म है और जीईएम पर सभी दस्तावेजों पर खरीददारों और विक्रेताओं द्वारा विभिन्न चरणों में ई-हस्ताक्षर किए जाते हैं।
  • आपूर्तिकर्ताओं के ऑनलाइन और स्वचालित रूप से MCA21, आधार तथा पैन डेटाबेस के माध्यम से सत्यापित किए जाते हैं।
  • सेबी की पैनलबद्ध क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों का उपयोग आपूर्तिकर्त्ताओं के तीसरे पक्ष के मूल्यांकन के संचालन हेतु किया जा रहा है।

मेक इन इंडिया को समर्थन देने की क्षमताः

  • जीईएम पर उन सामानों का चयन करने के लिए फिल्टर हैं जो प्रेफरेंशियल मार्केट एक्सेस (पीएमए) के अनुरूप हैं और जो लघु उद्योग (एसएसआई) द्वारा निर्मित हैं। यह सरकारी खरीददारों को मेक इन इंडिया और एसएसआई सामान खरीदने में सक्षम बनाता है।

सरकार को बचतः

  • जीईएम पोर्टल की पारदर्शिता, दक्षता और उपयोग में आसानी के परिणामस्वरूप जीईएम पर कीमतों में निविदा, दर अनुबंध और सीधी खरीद दरों की तुलना में काफी कमी आई है।
  • जीईएम पर औसत कीमतें कम से कम 15-20% कम हैं।
  • अधिकांश सामान्य उपयोग की वस्तुओं और सेवाओं के लिए मांग एकत्रीकरण के परिणामस्वरूप प्रति वर्ष 40,000 करोड़ रुपये की वार्षिक बचत होने का अनुमान है।

जीईएम प्लेटफॉर्म का महत्त्व

  • भारत का सार्वजनिक खरीद बाजार सकल घरेलू उत्पाद का 20 से 22% या सालाना लगभग 500 अरब डॉलर के बीच होने का अनुमान है।
  • परियोजनाओं, वस्तुओं और सेवाओं की सार्वजनिक खरीद में सीपीएसई का प्रमुख योगदान है।
  • मंच महत्त्वपूर्ण समय के दौरान या आपात स्थिति के दौरान सरकारी संगठनों को त्वरित और प्रभावी खरीद को सक्षम बनाता है, जैसे कोविड-19 महामारी में।
  • यह मेक इन इंडिया के आदर्शों और अन्य नीतियों को लागू करता है जो एमएसएमई विकास की दिशा में काम करते हैं तथा उनकी समावेशिता को बढ़ावा देते हैं।