Brain-booster /
11 Nov 2022
यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: डिजिटल बैंकिंग इकाई (Digital Banking Unit)
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में, भारत के प्रधानमंत्री ने देश के 75 जिलों में डिजिटल बैंकिंग
इकाई शुरू की।
- ये डिजिटल बैंकिंग इकाईयां देश में वित्तीय समावेशन को और बढ़ा सकती हैं।
- बजट 2022-23 में देश के 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाईयां स्थापित
करने की घोषणा की गई थी।
डिजिटल बैंकिंग इकाई क्या है?
- डिजिटल बैंकिंग इकाई व्यवसाय या हब का विशिष्ट बिंदु है जिसमें किसी भी समय
स्वयं सेवा मोड में डिजिटल बैंकिंग उत्पाद और सेवा के साथ-साथ मौजूदा वित्तीय
सेवा उत्पाद प्रदान किया जाएगा।
डिजिटल बैंकिंग इकाई द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवा
- डीबीयू में उत्पादों और सेवाओं के ग्राहकों को 2 मोड में पेश किया जाएगाः
- स्वयं सेवा मोड।
- डिजिटल सहायता मोड।
- डीबीयू के माध्यम से दी जा रही सेवाओं में बैंकिंग सुविधाएं जैसे- बचत खाता
खोलना, बैलेंस-चेक, प्रिंट पासबुक, फंड ट्रांसफर, फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश,
ऋण आवेदन, जारी किए गए चेक के लिए स्टॉप-पेमेंट निर्देश, क्रेडिट/डेबिट कार्ड
के लिए आवेदन, व्यू खाते का विवरण, करों का भुगतान, बिलों का भुगतान, नामांकन
करना आदि संभव होगा।
- डीबीयू जन समर्थ पोर्टल के माध्यम से सरकारी क्रेडिट लिंक योजनाओं को
ऑनबोर्डिंग और एक छोटे से एमएसएमई/खुदरा ऋण के एंड-टू-एंड डिजिटल प्रोसेसिंग की
सुविधा भी प्रदान करेंगे।
निम्नलिखित पहलुओं में डीबीयू पारंपरिक शाखा से अलग होंगे
- यह 24x7 नकद जमा और निकासी सहित बैंकिंग सेवाएं प्रदान करेंगे।
- इसमें सेवाएं डिजिटल रूप से प्रदान की जाएंगी।
- जिन लोगों के पास कनेक्टिविटी या कंप्यूटिंग डिवाइस नहीं हैं, वे डीबीयू से
पेपरलेस मोड में बैंकिंग लेनदेन कर सकते हैं।
- सहायता प्राप्त मोड में बैंकिंग लेनदेन के लिए उपयोगकर्ताओं की सहायता और
मार्गदर्शन के लिए बैंक कर्मचारी उपलब्ध रहेंगे।
डिजिटल बैंकिंग इकाई के लिए आरबीआई के दिशानिर्देश
- डिजिटल बैंकिंग अनुभव वाले वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों,
भुगतान बैंकों और स्थानीय क्षेत्र के बैंकों के अलावा) को टियर 1 से टियर 6
केंद्रों में डीबीयू खोलने की अनुमति है, जब तक कि विशेष रूप से प्रतिबंधित न
हो।
- बैंकों के डीबीयू को बैंकिंग आउटलेट माना जाएगा।
- डीबीयू का नेतृत्व बैंक के एक वरिष्ठ और अनुभवी कार्यकारी द्वारा किया जाना
चाहिए जिसे डीबीयू के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) के रूप में नामित किया जा
सकता है।
डिजिटल बैंकिंग इकाई का लाभ
- डीबीयू ग्राहकों को पूरे वर्ष बैंकिंग उत्पादों और सेवाओं का किफायती,
सुविधाजनक पहुँच तथा बेहतर डिजिटल अनुभव प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा।
- इसमें डिजिटल वित्तीय साक्षरता का प्रसार किया जायेगा और साइबर सुरक्षा
जागरूकता एवं सुरक्षा उपायों पर विशेष जोर दिया जाएगा।
- डीबीयू द्वारा सीधे या व्यावसायिक सुविधाकर्ताओं/संवाददाताओं के माध्यम से
प्रदान की जाने वाली व्यवसाय और सेवाओं से उत्पन्न होने वाली ग्राहकों की
शिकायतों का निवारण प्रदान किया जा सकेगा।
निष्कर्ष
- डिजिटल अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। वाणिज्य, वित्तपोषण और रसद सहित
अर्थव्यवस्था के सभी हिस्सों को अगली पीढ़ी के समाधानों की आवश्यकता है। हमारी
आबादी का केवल 27% ही डिजिटल रूप से साक्षर है, जिसमें अच्छे कनेक्टिविटी
इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है। इस प्रकार सरकार के लिए वित्त से संबंधित डिजिटल
साक्षरता पर ध्यान देना समय की मांग है।