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Brain-booster / 20 Sep 2020

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: ब्रिक्स इनोवेशन बेस (BRICS Innovation Base)

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यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (Current Affairs Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


विषय (Topic): ब्रिक्स इनोवेशन बेस (BRICS Innovation Base)

ब्रिक्स इनोवेशन बेस (BRICS Innovation Base)

चर्चा का कारण

  • चीन ने ब्रिक्स (BRICS) देशों के बीच 5G और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए फ्ब्रिक्स इनोवेशन बेसय् (BRICS Innovation Base) को बनाने का प्रस्ताव रखा है।

प्रमुख बिन्दु

  • चीन के उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रलय ने 5जी और एआई सहित कई अन्य क्षेत्रें में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत सहित साथी देशों से आग्रह किया है।
  • एलएसी पर भारत के साथ तनाव के कारण देश के भीतर चीन विरोधी माहौल तेजी से मुखर हो रहा है। सरकार के साथ निजी क्षेत्र की कंपनियों ने भी चीन की कंपनियों के साथ कारोबार को लेकर सजग हो गई हैं, ऐसे में चीन का ब्रिक्स इनोवेशन बेस का प्रस्ताव भारत को असहज कर सकता है। ब्रिक्स देशों में भारत ही एक मात्र ऐसा देश है जो 5जी नेटवर्क को शुरू करने में चीनी भागीदारी का इच्छुक नहीं है।

ब्रिक्स देशों की प्रतिक्रिया

  • रूस ने कहा है कि वह 5G पर चीन के साथ मिलकर काम करेगा।
  • दक्षिण अफ्रीका में हुआवे (HUAWEI) 5G नेटवर्क की स्थापना के लिए तीन दूरसंचार ऑपरेटरों को सेवाएं प्रदान कर रही है।
  • ब्राजील ने 5G परीक्षण में भाग लेने की अनुमति तो दी है, किन्तु अभी तक 5G को पूरी तरह से शुरू किये जाने के संदर्भ में ब्राजील ने अंतिम निर्णय नहीं लिया है। गौरतलब है कि ब्राजील के 4 जी नेटवर्क के एक तिहाई से अधिक उपकरण दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनी हुआवे (HUAWEI) का उपयोग करते हैं।

भारत का रुख

  • भारत द्वारा 5G में चीनी भागीदारी की अनुमति देने की संभावना नहीं है, विदित हो कि भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था।
  • भारतीय खुफिया तंत्र ने भी चीनी सेना के साथ हुआवे सहित कई चीनी कंपनियों के संभावित प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध पर चिंता व्यक्त की है।
  • जानकारों का मानना है कि हुआवे के उपकरण कहीं से भेजे गए संचार को बाधित करके उन्‍हें पढ़-सुन (इंटरसेप्‍ट)भी सकते हैं, हालांकि किसी ने भी अब तक इस आरोप को सही साबित नहीं किया है।
  • भारत दरअसल चीन या पश्चिमी देशों के आपूर्तिकर्ताओं से जुड़े जोिखम को टाल नहीं सकता है क्‍योंकि वह अपने ज्‍यादातर दूरसंचार उपकरणों का आयात करता है। हालांकि, भारत इन उपकरणों की जांच के लिए विभिन्‍न प्रोटोकॉल और परीक्षण विकसित कर सकता है।

आगे की राह

  • ब्रिक्स देशों को आर्थिक सुधार को बढ़ावा देने, संचार को मजबूत करने और कोरोना महामारी की रोकथाम और चिकित्सा आपूर्ति की गारंटी देने व कार्य और उत्पादन को फिर से शुरू करने के लिए सहयोग करना चाहिए।