संदर्भ: भारतीय राष्ट्रीय समुद्र सूचना सेवा केंद्र (INCOIS) ने आने वाले दिनों में भारत के कई तटीय क्षेत्रों में लंबी तरंगों (Swell Waves) के आने का अनुमान लगाया है।
लंबी तरंगें क्या हैं?
- ये ऊंची समुद्री तरंगें होती हैं जो समुद्र तल पर बनती हैं।
- ये तरंगें दूर स्थित तूफानों, जैसे चक्रवातों के कारण उत्पन्न होती हैं न की स्थानीय हवाओं के कारण।
- ऐसे तूफानों के दौरान, हवा से पानी में बहुत अधिक ऊर्जा का स्थानांतरण होता है, जिससे बहुत ऊंची तरंगें बनती हैं।
- ये तरंगें तूफान के केंद्र से हजारों किलोमीटर दूर तक यात्रा कर सकती हैं, जब तक वे तट से नहीं टकरातीं।
इन तरंगों को कम करने के प्रयास:
- लंबी तरंगों का पूर्वानुमान लगाने के लिए, INCOIS ने 2020 में स्वेल सर्ज पूर्वानुमान प्रणाली शुरू की थी जो सात दिन पहले चेतावनी दे सकती है।
- मार्च 2024 में, लंबी तरंगों के कारण केरल के कई क्षेत्रों में बाढ़ आई थी। केरल में ऐसी बाढ़ की घटनाओं को कल्लक्कड़ल कहा जाता है।