प्रसंग
उत्तरी गंजा आइबिस, जिसे वाल्ड्रैप के नाम से भी जाना जाता है, 17वीं शताब्दी तक विलुप्त हो चुका था, लेकिन पिछले दो दशकों में प्रजनन और पुनर्वनीकरण प्रयासों के माध्यम से इसे पुनर्जीवित किया गया है।
विशेषताएँ:
- उत्तरी गंजा आइबिस की एक लंबी, नीचे की ओर मुड़ी हुई चोंच होती है ।
- वे अपने काले पंख, इंद्रधनुषी हरे रंग और गंजे लाल सिर के साथ-साथ अलग-अलग काले निशानों से पहचाने जाते हैं।
- उत्तरी बाल्ड आइबिस अपनी स्पर्श इंद्रिय की सहायता से जमीन में कीटों के लार्वा, केंचुओं और अन्य अकशेरुकी जीवों की खोज करते हैं।